
कबीर
सुभाष चन्द्र, एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी-विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
''पूरब दिशा हरि को बासा
पश्चिम अलह मुकामा।"1
'कबीर पोंगडा अलह राम का
सो गुरु पीर हमारा।"2
कबीर दास मध्यकालीन भारत के प्रसिद्घ संत हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं में हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रयास किया तथा ब्राह्मणवादी धार्मिक आडम्बरों की आलोचना की। इनकी प्रसिद्घ रचनाएं 'बीजक' में संकलित...